उपायुक्त सचिन गुप्ता ने स्कूल संचालकों को बसों के सुरक्षित संचालन के लिए सभी आवश्यक प्रबंध करने के निर्देश दिए
जिला प्रशासन स्कूली बसों की विशेष चेकिंग का अभियान चलाएगा।
रोहतक, गिरीश सैनी। उपायुक्त सचिन गुप्ता ने सभी निजी स्कूल संचालकों को निर्देश दिए कि वे स्कूल बसों के सुरक्षित संचालन के लिए सभी आवश्यक कदम उठाना सुनिश्चित करें। उन्होंने कहा कि आगामी सर्दी व धुंध के मौसम के दृष्टिगत बच्चों की सुरक्षा के लिए सभी प्रबंध किए जाये। जिला प्रशासन द्वारा सर्दी व धुंध के मौसम के दृष्टिगत बसों की चेकिंग का विशेष अभियान भी चलाया जायेगा, जिसमें उपमंडल समिति बसों की जांच करेंगी।
उपायुक्त सचिन गुप्ता ने निजी स्कूल संचालकों के साथ स्कूल बसों के सुरक्षित संचालन तथा धुंध के मौसम के दौरान बच्चों की सुरक्षा के दृष्टिगत आयोजित बैठक की अध्यक्षता करते हुए कहा कि स्कूल संचालक सुरक्षित स्कूल वाहन पॉलिसी के सभी मानको एवं माननीय सर्वोच्च न्यायालय द्वारा दी गई हिदायतों की दृढ़ता से पालना सुनिश्चित करें। उन्होंने कहा कि सभी स्कूल संचालक अपनी स्कूल बसों के सभी निर्धारित दस्तावेज पूर्ण रखें, जिनमें वैध फिटनेस सर्टिफिकेट, वैध इंश्योरेंस, प्रदूषण सर्टिफिकेट, स्कूल ट्रांसपोर्ट के लिए परमिट, ड्राइवर लाइसेंस, ड्राइवर व कंडक्टर की पुलिस वेरिफिकेशन शामिल है। स्कूल संचालक मोटर वाहन अधिनियम की हिदायतों की भी पालना करें।
उपायुक्त ने कहा कि स्कूल संचालक स्कूल बसों की सुरक्षा के लिए शील्ड स्पीड गवर्नर, कार्यशील सीसीटीवी कैमरे (सामने व बस के अंदर), स्कूल एक्सेस के साथ कार्यशील जीपीएस, अग्निशमन उपकरण, पूर्ण स्टॉक सहित प्राथमिक चिकित्सा किट, आपातकालीन प्रवेश द्वार, विंडो ग्रिल आदि सभी आवश्यक प्रबंध करें। उन्होंने कहा कि स्कूल बस के ड्राइवर व स्टाफ की दैनिक स्वास विश्लेषक जांच, यूनिफॉर्म तथा पहचान पत्र, छह माह में आवश्यक प्रशिक्षण सुनिश्चित किया जाये। स्कूल संचालक यह भी सुनिश्चित करें कि स्कूल बस का चालक बस चलाते समय मोबाइल फोन का प्रयोग न करें, निर्धारित क्षमता के अनुसार ही बच्चों को बैठाया जाए तथा हर बार स्कूल बस में कंडक्टर मौजूद हो। उन्होंने कहा कि स्कूल बसों के संचालन के समय प्रतिदिन लॉगबुक चैक की जाये, बस में सवार बच्चों की सूची के साथ ट्रिप शीट रखी जाए, रवाना होने से पूर्व उपस्थिति दर्ज की जाये। किसी भी अनाधिकृत स्टॉप पर बस न रोकी जाये, बच्चों के पिकअप व ड्रॉप प्वाइंट सुरक्षित हो तथा स्कूल में ट्रांसपोर्ट प्रभारी की बसों के संचालन के दौरान स्कूल में उपस्थिति होनी चाहिए।
उपायुक्त ने कहा कि स्कूल संचालक यह भी सुनिश्चित करें किसी भी आपातकालीन स्थिति से निपटने के लिए भी तैयारी रखी जाये। त्रैमासिक आधार पर मॉक ड्रिल की जाये। बस के अंदर आपातकालीन संपर्क सीट उपलब्ध हो। बस चालक को ब्रेकडाउन प्रोटोकॉल की पूर्ण जानकारी हो। आरटीए सचिव वीरेंद्र सिंह ने कहा कि सभी स्कूल संचालक अपनी सभी स्कूल बसों पर दोनों तरफ रिफलेक्टिव टेप लगाये। यदि किसी स्कूल के पास रिफलेक्टिव टेप नहीं है तो वे आरटीए सचिव कार्यालय से रिफलेक्टिव टेप प्राप्त कर सकते है। बैठक में पुलिस उपाधीक्षक गुलाब सिंह, उप जिला शिक्षा अधिकारी मुन्नी देवी के अलावा विभिन्न निजी स्कूलों के संचालक/प्रतिनिधि मौजूद रहे।
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उपायुक्त सचिन गुप्ता ने सोमवार सुबह स्थानीय पं. बीडीएस स्वास्थ्य विज्ञान विवि के ट्रामा सेंटर में पहुंचकर सडक़ दुर्घटना में घायल स्कूली विद्यार्थियों का कुशलक्षेम जाना। उपायुक्त की देखरेख में घायल बच्चों को तुरंत इलाज दिया गया तथा अब यह बच्चे स्वस्थ है। बच्चों को इलाज के बाद घर भेज दिया गया है। सोमवार सुबह लाखनमाजरा में दो स्कूली बसों की भिड़ंत में कुछ विद्यार्थियों को चोटें लगी थी। स्थानीय जेड ग्लोबल स्कूल की बस को जींद जिला की स्कूली बस द्वारा पीछे से टक्कर होने के कारण यह हादसा हुआ था। इसमें घायल हुए दो बच्चों को इलाज के लिए ट्रामा सेंटर लाया गया था, जिनमें से एक बच्चे को प्राथमिक चिकित्सा देकर तुरंत घर भेज दिया गया था तथा दूसरे बच्चे को आवश्यक टेस्ट व इलाज के बाद घर भेज दिया गया है। ट्रामा सेंटर में सिविल सर्जन डॉ. रमेश चंद्र, पीजीआई के चिकित्सा अधीक्षक डॉ. कुंदन मित्तल, उप सिविल सर्जन डॉ. राजबीर सभ्रवाल सहित अन्य संबंधित अधिकारी मौजूद रहे।
Girish Saini 


