डीसी ने सहकारी चीनी मिलों को मुनाफे में लाने के लिए योजना बनाने के निर्देश दिए
रोहतक, गिरीश सैनी। उपायुक्त सचिन गुप्ता ने गांव भाली आनंदपुर स्थित रोहतक सहकारी चीनी मिल तथा महम सहकारी चीनी मिल के प्रबंध निदेशकों को निर्देश दिए कि वे सहकारी चीनी मिलों को मुनाफे में लाने के लिए कार्य योजना तैयार करें।
उपायुक्त सचिन गुप्ता ने दोनों सहकारी चीनी मिलों के प्रबंध निदेशकों व उच्चाधिकारियों के साथ चीनी मिलों की समीक्षा करते हुए कहा कि चीनी मिल प्रशासन चीनी रिकवरी दर को बढ़ाकर 10 प्रतिशत तक करने के प्रयास करें। चीनी मिलों द्वारा आय के अन्य अतिरिक्त साधन भी तलाशे जाए तथा मिल में गन्ना क्षेत्रफल को बढ़ाने के लिए भी किसानों को प्रोत्साहित किया जाए।
उपायुक्त ने कहा कि दोनों सहकारी चीनी मिलों में 1, 2 व 5 किलोग्राम की चीनी की पैकिंग तैयार करवाई जाए ताकि आम जनता भी चीनी खरीद सके। उन्होंने कहा कि प्रदेश के मुनाफे में चल रहे चीनी मिल का भी अध्ययन किया जाए तथा संबंधित मिल द्वारा अपनाई जा रही अच्छी तकनीकों को अपनाया जाए। चीनी के हॉलसेलर के अलावा हर-हित स्टोर व मिठाई की दुकानों पर चीनी बिक्री के लिए प्रयास किए जाए ताकि ज्यादा आमदनी हो सके। उन्होंने चीनी मिलों द्वारा गत पिराई सत्र के दौरान चीनी उत्पादन के बारे में जानकारी ली। उन्होंने चीनी के अलावा अन्य उत्पादों व अन्य स्रोतों से प्राप्त आय के बारे में भी विस्तार से चर्चा की। उन्होंने कहा कि चीनी मिलों के साथ और ज्यादा किसानों को जोड़ा जाए तथा मिल के गन्ना क्षेत्रफल को बढ़ाया जाए। इस दौरान रोहतक सहकारी चीनी मिल की प्रबंध निदेशक श्वेता सुहाग, महम सहकारी चीनी मिल के प्रबंध निदेशक मुकुंद तंवर सहित संबंधित अधिकारी मौजूद रहे।
Girish Saini 

