टाइगर ईयर यानी जोश, आत्मविश्वास और इच्छाशक्ति

टाइगर ईयर यानी जोश, आत्मविश्वास और इच्छाशक्ति

पूर्वी एशिया सहित दुनिया के लगभग एक चौथाई लोगों ने 1 फरवरी को चंद्र नव वर्ष मनाया। इस साल इसे बाघ वर्ष के रूप में मनाया जा रहा है, जोकि बाघ की बहादुरी, आत्मविश्वास और दृढ़ इच्छाशक्ति का प्रतीक है। पिछले बाघ वर्ष 2010, 1998, 1986, 1974, 1962, 1950 और 1938 में मनाए गए थे। गूगल ने इस जश्न को अपने होमपेज पर एक रंगबिरंगा एनिमेटेड डूडल चला कर मनाया। भारत के पड़ोसी एशियाई देशों में लगभग पूरे माह चंद्र नव वर्ष के समारोह चलते रहेंगे। इस बार का उत्सव खास है क्योंकि दुनिया धीरे-धीरे कोरोना के चंगुल से बाहर निकलने की कोशिश कर रही है। उत्सव के आगामी दिनों और हफ्तों के दौरान, चंद्र नव वर्ष का स्वागत दावतों के साथ किया जाता है। पूरे माह पूर्वजों और देवताओं का सम्मान किया जाएगा और जश्न मनाने वाले लोगों का फोकस सौभाग्य, सुख और समृद्धि पर ज्यादा रहेगा।
 
प्रकाश की मदद से भांति भांति की कलाकृतियां तैयार करने में माहिर स्विटजरलैंड के लाइट आर्टिस्ट, गेरी हॉफस्टेटर ने ग्रिंडेलवाल्ड स्थित एइगर नॉर्थ फेस पर्वत को इस दिन इतने अनोखे अंदाज में रोशन किया कि दुनिया दंग रह गयी। यह ईवेंट विंटर ओलंपिक खेलों की शुरुआत की पूर्व संध्या पर हुआ, इसलिए इसे विविध संस्कृतियों और पर्यावरण के लिए स्विस प्रतिबद्धता से भी जोड़ कर देखा जा रहा है। संयोग से बाघ अनेक राष्ट्रों का गौरव है और यह शानदार जीव विलुप्त होने के कगार पर है। स्विट्ज़रलैंड के इस कलाकार ने बड़ी खूबसूरती से दुनिया को बाघों और पर्यावरण की रक्षा करने की याद दिला दी। एइगर नॉर्थ फेस पहाड़ पर लाइटिंग की मदद से 5.3 किमी लंबे और 2 किमी ऊंचे बाघ का प्रोजेक्शन किया गया, जिससे यह विश्व की एक अद्वित्तीय घटना बन गई। गेरी ने इस तरह से दुनिया की सबसे बड़ी कलाकृति तैयार कर दी, जिसका आकार 1,060 फुटबॉल मैदानों से भी बड़ा था।
 
गेरी के दिमाग में पहाड़ पर बाघ दर्शाने का यह विचार तब आया जब उन्हें एइगर पहाड़ में एक बाघ जैसी आकृति नजर आई। उन्हें लगता है कि बाघ का यह चित्रण शीतकालीन ओलंपिक में स्विस एथलीटों के अलावा अन्य देशों के खिलाड़ियों को भी जीत हासिल करने के लिए बाघ जैसी फुर्ती दिखाने की प्रेरणा देगा। शीतकालीन ओलंपिक 4 फरवरी से शुरू हो रहे हैं। गेरी हॉफस्टेटर और उनकी टीम को सही प्रोजेक्शन देने के लिए एक वर्ष से अधिक समय तक तैयारी करनी पड़ी। उन्होंने इस बात पर ध्यान दिया कि मौसम, हवा, बादल, चंद्रमा का आकार, चंद्रमा की स्थिति, बर्फ, ठंड और सितारे 15 मिनट की समय सीमा में पूरी तरह से फिट हो जाएं। गेरी की टीम के जाने-माने फोटोग्राफर, फ्रैंक श्वार्जबैक सही समय पर बाघ की तस्वीरें लेने में कामयाब रहे। इस ईवेंट को ग्रिंडेलवाल्ड पर्यटन, ग्रिंडेलवाल्ड नगर पालिका और स्विट्जरलैंड तथा अन्य देशों के कला प्रेमियों ने अपने अपने तरीके से सपोर्ट किया। बाघ एशिया के 13 देशों में पाए जाते हैं। उनके विलुप्त होने का खतरा है, इसलिए उन्हें संरक्षित किया गया है। गेरी हॉफस्टेटर अंतर्राष्ट्रीय ख्याति के फिल्म निर्माता हैं। वह जलवायु और हमारे ग्रह पर मनुष्यों, जानवरों और प्रकृति के लिए एक समृद्ध भविष्य के लिए भी प्रतिबद्ध हैं। मार्च 2020 में उन्होंने आर्कटिक, अंटार्कटिक और जर्मेट के मैटरहॉर्न में हिमखंडों को रोशन करके लॉकडाउन में दुनिया को एकजुटता का संदेश दिया।

(लेखक वरिष्ठ पत्रकार व कॉलमिस्ट हैं)