पैसों के लालच में दोस्तों ने ही की थी भैंसरू खुर्द निवासी अजय की हत्या

वारदात में शामिल दो मुख्य आरोपी काबू, सड़ी-गली हालात में शव बरामद।

पैसों के लालच में दोस्तों ने ही की थी भैंसरू खुर्द निवासी अजय की हत्या

रोहतक, गिरीश सैनी। रोहतक पुलिस की थाना सांपला की टीम ने करीब ढाई महीने पहले संदिग्ध परिस्थितियों में गायब हुए भैंसरु खुर्द निवासी अजय के मामले को हल कर लिया है। अजय की हत्या कर उसके शव को दफनाया गया था।

सांपला पुलिस ने ब्लाइंड मर्डर के मामले को हल करते हुए वारदात में शामिल दो मुख्य आरोपियों को गिरफ्तार कर अदालत में पेश किया है। अदालत के आदेश पर आरोपियों को पांच दिन के पुलिस रिमांड पर हासिल किया गया है। आरोपियों ने अप्रैल माह में अपने साथी अजय की हत्या करने के बाद लाश को सरथल (मुरादाबाद) सड़क किनारे ठिकाने लगा दिया था। मृतक के परिजनों द्वारा थाना सांपला में गुमशुदगी का मामला दर्ज करवाया हुआ था।

प्रभारी थाना सांपला निरीक्षक बिजेन्दर सिंह ने बताया कि 28 अप्रैल 2025 को भैंसरु खुर्द निवासी योगेश ने अपने भाई अजय के गुमशुदा होने बारे शिकायत दर्ज कराई, जिसके आधार पर जांच में सामने आया कि अजय अविवाहित है। उसके दादा ने अपनी पुश्तैनी जमीन अजय व उसके भाई योगेश के नाम कर रखी है। अजय ने पुश्तैनी जमीन में से अपने हिस्से में आई 1 एकड़ जमीन को 1 करोड़ 30 लाख रुपयों मे बेचा था। वह 3 अप्रैल 2025 को तहसील सांपला आया था, जिसके बाद घर नहीं आया।

मामले की जांच में सामने आया कि अजय की सुमित व भूपेंद्र निवासीगण गांव पहाड़पुर (मुरादाबाद) उत्तर प्रदेश के साथ दोस्ती थी। इन दोनों पर शक होने पर गहनता से पूछताछ करने पर आरोपियों ने हत्या की वारदात का खुलासा किया। 22 जून 2025 को आरोपियों को गिरफ्तार किया गया। आगामी जांच के दौरान प्रारंभिक पूछताछ में सामने आया कि 3 अप्रैल 2025 को अजय ने अपनी जमीन 1 करोड़ 30 लाख रुपए में बेची थी। रजिस्ट्री के दौरान दोस्त सुमित व भूपेंद्र भी उसके साथ ही थे। उसके बाद तीनों घुमने निकल गये। सुमित व भूपेंद्र को पता था कि अजय के पास रुपये है। दोनों ने रुपयों के लालच में अपने दोस्तों के साथ मिलकर अजय की हत्या करने का प्लान बनाया। 2-3 दिन बाद मुरादाबाद में गंगा किनारे स्थित ब्रिज घाट पर आरोपियों ने अपने साथियों के साथ मिलकर अजय की गोली मारकर हत्या कर दी। उन्होंने उसका मृत शरीर गाड़ी में डालकर गांव सरथल खेड़े के पास सड़क के किनारे दबा दिया और मौके से फरार हो गए।

23 जून 2025 को अदालत में पेश कर आरोपियों को पांच दिन के पुलिस रिमांड पर हासिल किया गया और 25 जून 2025 को आरोपियों द्वारा बताए गए स्थान पर स्थानीय पुलिस की सहायता से व मजिस्ट्रेट की मौजूदगी में अजय के शव को सड़ी-गली हालात में बरामद किया गया है।