कच्चा बादाम, हरे अमरूद और बसपन का प्यार

यह इंस्टेंट फेम का युग है। आजकल सोशल मीडिया पर प्रसिद्धि मिलते देर नहीं लगती।

कच्चा बादाम, हरे अमरूद और बसपन का प्यार

यह इंस्टेंट फेम का युग है। आजकल सोशल मीडिया पर प्रसिद्धि मिलते देर नहीं लगती। पहले अखबारों के दफ्तरों में चक्कर लगाने होते थे, तब कहीं एकआध छोटी सी खबर लग पाती थी, लेकिन न्यू मीडिया ने सारे समीकरण बदल दिए। अब हर वह व्यक्ति एक पत्रकार या टीवी एंकर है, जिसके पास एक स्मार्टफोन है और सोशल मीडिया चलाने की थोड़ी समझ है। सोशल मीडिया का ही कमाल है कि पश्चिम बंगाल में एक मूंगफली बेचने वाला टूटे फूटे लहजे में कुछ गुनगुनाता है और पूरा हिंदुस्तान उसकी धुन पर ठुमके लगाने को मजबूर हो जाता है। मूंगफली वाले को पता भी नहीं चलता कि वह कब फेमस हो गया। तभी एक दिन उसे गाना रीमिक्स करने वाली कंपनी का फोन आता है कि अपना बैंक अकाउंट बताइए, आपको तीन लाख रुपए का पेमेंट करना है। पश्चिम बंगाल के एक गांव में अपनी मूंगफली को कच्चा बादाम कहकर बेचने वाले भुवन बड्याकर अब एक इंटरनेट सेंसेशन हैं। किसी ने उनको गाते सुना तो वीडियो बनाकर सोशल मीडिया पर पोस्ट कर दिया। बस अगले की किस्मत बदल गई। बीरभूम जिले की पुलिस ने सम्मानित किया और अब उन्हें कार्यक्रमों में गाने के लिए बुलाया जाता है।
 
कुछ ऐसे ही किस्मत बदली छत्तीसगढ़ के सहदेव दिरदो की। सुकमा जिले के इस 12-वर्षीय देहाती बालक ने अपने ही अंदाज में, बसपन का प्यार गीत गाया तो एक रैपर से न रहा गया और उसने बालक को लेकर इसी गाने पर एक म्यूजिक वीडियो निकाल दिया। रैपर ने बालक को चार लाख रुपए मेहनताना भी दिया। गांव का यह बालक आज तीन लाख रुपए कमा रहा है और अपने दो मैनेजरों को 20 हजार रुपए तनख्वाह भी देता है। दो लाख रुपए हर महीने उसे एक ऐप से मिलते हैं जिस पर वह अपने वीडियो अपलोड करता है। प्रदेश के एक मंत्री ने उसे एक टीवी सेट गिफ्ट किया। हीरो बन गया बालक। इसी तरह, की इंस्टेंट फेम मिली ट्रेन में गाने गाकर गुजारा करने वाली रानू मंडल को, जिन्हें म्यूजिक कंपोजर हिमेश रेशमिया ने एक फिल्म में गाने का ऑफर दिया और उन्हें एक रिएलिटी शो में गाने का भी मौका मिला। हालांकि अपने शुरुआती दिनों में वह अच्छा गाती थीं, लेकिन परिवार से सपोर्ट न मिलने के कारण वो बीती बात हो गई। किस्मत बिगड़ी तो सड़क पर आ गईं। रोज की तरह एक दिन वह राणाघाट रेलवे स्टेशन पर गा रही थीं, तभी अतींद्र चक्रवर्ती नामक एक व्यक्ति ने उनका वीडियो बनाकर पोस्ट कर दिया, जो वायरल हो गया।
 
कच्चा बादाम के बाद अब एक अमरूद वाले दादा सोशल मीडिया पर वायरल हो रहे हैं, जो अपने फल के ठेले पर तेज आवाज में कुछ न कुछ गाते रहते हैं। किसी ने उनका वीडियो रिकॉर्ड करके पोस्ट कर दिया और इंटरनेट दीवाना हो गया। वो गाते हैं - "ये हरि हरि, कच्ची कच्ची, पीली पीली, पकी पकी, मीठी मीठी, ताजा ताजा, नमक लगा के खाजा। किसी ने इसके पीछे मेल खाती धुन लगा दी और 27 सेकंड का यह वीडियो यूट्यूब पर हिट हो गया। इन दादा जी का अता पता नहीं मालूम, इसलिए उनकी खोज की जा रही है। तो कहानी का सारांश यह है कि इंटरनेट के इस युग में किसी को नहीं पता कि कौन कब कहां हिट हो जाएगा और टॉकिंग पॉइंट बन जाएगा। 

(लेखक वरिष्ठ पत्रकार व कॉलमिस्ट हैं)