एमडीयूः विचार गोष्ठी में प्रेस की स्वतंत्रता के महत्व तथा सामाजिक प्रभाव पर मंथन

एमडीयूः विचार गोष्ठी में प्रेस की स्वतंत्रता के महत्व तथा सामाजिक प्रभाव पर मंथन

रोहतक, गिरीश सैनी। विश्व प्रेस स्वतंत्रता दिवस के उपलक्ष्य में एमडीयू के पत्रकारिता एवं जनसंचार विभाग में एक विचार गोष्ठी का आयोजन किया गया, जिसमें प्रेस की स्वतंत्रता के महत्व तथा इसके सामाजिक प्रभाव पर मंथन किया गया।

विभागाध्यक्ष प्रो. हरीश कुमार ने विश्व प्रेस स्वतंत्रता दिवस के महत्व पर विस्तारपूर्वक प्रकाश डाला। उन्होंने भारत में प्रेस की विकास यात्रा का उल्लेख करते हुए बताया कि भारत के स्वतंत्रता आंदोलन में प्रिंट मीडिया की महत्वपूर्ण भूमिका रही है। साथ ही, राष्ट्रीय सरोकारों के साथ प्रिंट मीडिया जुड़ी रही।

कार्यक्रम की अध्यक्षता करते हुए निदेशक जनसंपर्क प्रो. आशीष दहिया ने प्रेस को जनता की आवाज तथा लोकतंत्र के लिए ऑक्सीजन बताया। उन्होंने जन समस्याओं को उजागर करने में प्रेस की विशेष भूमिका का उल्लेख करते हुए पत्रकारिता को समस्या-निवारण केन्द्रित बनाने का आह्वान किया। एलुमनाई एवं पत्रकार दीपक खोखर ने प्रेस की स्थिति में आए टेक्नोलॉजिकल तथा कारपोरेट बदलाव बारे बताया।

कार्यक्रम संचालन प्राध्यापक सुनित मुखर्जी ने किया। उन्होंने अपने संबोधन में अभिव्यक्ति की आजादी के महत्व को रेखांकित किया प्राध्यापक डा. नवीन कुमार ने पत्रकारीय स्वतंत्रता के साथ-साथ पत्रकारीय एथिक्स के महत्व पर फोकस किया। शोधार्थी विनोद एवं विद्यार्थी साहिल तथा वंश ने भी अपने विचार साझा किए।  4/5/25