नवाचार से ही होगा रोजगार का रास्ता प्रशस्तः राज्यपाल बंडारू दत्तात्रेय
भारत को विश्वगुरु बनाने में सबका योगदान वांछितः शिक्षा मंत्री महिपाल ढांडा

रोहतक, गिरीश सैनी। विद्यार्थी इन्नोवेटिव बनें, नवाचार को आगे बढ़ाएं। नवाचार से ही रोजगार का रास्ता प्रशस्त होगा। यह उद्गार हरियाणा के राज्यपाल बंडारू दत्तात्रेय ने एमडीयू के 50वें स्थापना दिवस के उपलक्ष्य में आयोजित स्वर्ण जयंती समारोह में बतौर मुख्यातिथि व्यक्त किए।
राज्यपाल एवं एमडीयू के कुलाधिपति बंडारू दत्तात्रेय ने एमडीयू समुदाय को 50 वर्ष की गौरवशाली यात्रा तय करने पर बधाई एवं शुभकामनाएं दी। उन्होंने कहा कि स्वर्ण जयंती समारोह विवि की यात्रा का एक पड़ाव है। उन्होंने एमडीयू समुदाय से विवि की स्वर्णिम विरासत को आगे बढ़ाने का आह्वान किया। राज्यपाल ने कहा कि महर्षि दयानंद सरस्वती के नाम पर इस विवि का नाम होना गौरव की बात है, युवा पीढ़ी स्वामी दयानंद के योगदान एवं विचारों को आत्मसात कर आगे बढ़े।
राज्यपाल बंडारू दत्तात्रेय ने नई शिक्षा नीति को गेम चेंजर बताते हुए तेजी से इसे आगे बढ़ाने की बात कही। उन्होंने कहा कि उच्च शिक्षण संस्थान मातृभाषा हिन्दी में डिग्री दें, जिसका फायदा गरीब और ग्रामीण को होगा। उन्होंने एमडीयू के कार्यों और उपलब्धियों की सराहना करते हुए कहा कि आज शिक्षा, खेल, संस्कृति, देश सेवा समेत हर क्षेत्र में एमडीयू के एलुमनी बड़े ओहदों पर हैं, जो गर्व की बात है।
हरियाणा के शिक्षा मंत्री महिपाल ढांडा ने बतौर गेस्ट ऑफ ऑनर संबोधित करते हुए एमडीयू की 50 वर्ष की विकास यात्रा को सराहा। उन्होंने कहा कि भारतीय संस्कृति और भारत राष्ट्र ही विश्व कल्याण कर सकता है, इसलिए आज सारी दुनिया भारत की तरफ मार्गदर्शन के लिए देख रही है। उन्होंने 2047 तक भारत को दुनिया का सबसे ताकतवर देश बनाने का संकल्प दोहराया और इस संकल्प को पूरा करने के लिए एकजुट होकर प्रयास करने का आह्वान किया।
हरियाणा स्टेट हायर एजुकेशन काउंसिल के चेयरपर्सन कैलाश चंद्र शर्मा ने बतौर विशिष्ट अतिथि अपने संबोधन में एमडीयू को स्थापना दिवस की हार्दिक बधाई देते हुए कहा की विवि की यात्रा सदियों तक होती है।
एमडीयू कुलपति प्रो. राजबीर सिंह ने अध्यक्षीय संबोधन में कहा कि एमडीयू का 50वां स्थापना दिवस विवि की गौरवशाली विकास यात्रा का प्रतीक है, साथ ही यह भविष्य की नई संभावनाओं और रोड मैप को नए सिरे से तैयार करने का मौका भी है। उन्होंने कहा कि शोध, शिक्षा, खेल और संस्कृति के क्षेत्र में एमडीयू नित नए कीर्तिमान स्थापित कर रहा है। कुलपति ने इस वर्ष यूजी और पीजी विद्यार्थियों के लिए 50-50 हजार रुपए की 50 गोल्डन जुबली रिसर्च फेलोशिप देने की घोषणा की। विज्ञान के क्षेत्र में डा. हरविंदर खुराना तथा डा. सीवी रमन के नाम से दो रिसर्च चेयर बनाने की घोषणा भी की। उन्होंने कहा कि इस वर्ष गोल्डन जुबली एमिनेंट लेक्चर सीरीज के तहत 50 लेक्चर का आयोजन किया जाएगा।
डीन, एकेडमिक अफेयर्स प्रो. ए. एस. मान ने प्रारंभ में स्वागत भाषण देते हुए विवि की विकास यात्रा का ब्यौरा दिया। कुलसचिव डा. कृष्णकांत ने आभार जताया। डीन, स्टूडेंट वेलफेयर प्रो. रणदीप राणा ने कार्यक्रम का संयोजन किया। सीसीपीसी निदेशिका प्रो. दिव्या मल्हान ने मंच संचालन किया। निदेशक युवा कल्याण डॉ. प्रताप राठी ने समन्वयन सहयोग दिया।
इस दौरान भारतीय पुनर्वास परिषद की अध्यक्षा डॉ. शरणजीत कौर, सीबीएलयू भिवानी की कुलपति डॉ. दीप्ति धर्मानी, रोहतक के मेयर राम अवतार वाल्मीकि, पूर्व मेयर मनमोहन गोयल, प्रतिष्ठित उद्योगपति राजेश जैन, प्रतिष्ठित शिक्षाविद् डॉ. सीताराम व्यास, सुभाष आहूजा सहित एमडीयू के डीन, विभागाध्यक्ष, शिक्षक, अधिकारी, गैर शिक्षक कर्मी, सेवानिवृत्त शिक्षक व कर्मी, एलुमनी, शोधार्थी, विद्यार्थी और शहर के गणमान्य जन मौजूद रहे।
राज्यपाल बंडारू दत्तात्रेय ने एमडीयू के 50वें स्थापना दिवस के उपलक्ष्य में फैकल्टी डेवलपमेंट सेंटर के भूतल पर नवनिर्मित कैफेटेरिया का उद्घाटन किया। राज्यपाल ने उम्मीद जताई की कैफेटेरिया में शिक्षक वैचारिक आदान-प्रदान करेंगे और नई सोच व विचारों का यहां सृजन होगा। 50वें स्थापना दिवस (फाउंडेशन डे) समारोह में राज्यपाल बंडारू दत्तात्रेय ने एमडीयू गोल्डन जुबली लोगो का उद्घाटन किया। राज्यपाल ने सोविनियर तथा एमडीयू मिरर त्रैमासिक न्यूज लेटर का भी उद्घाटन किया। उन्होंने एमडीयू की एलुमनाई वेबसाइट को भी लॉन्च किया।
टैगोर सभागार की गैलरी में विवि की विकास यात्रा को रेखांकित करती प्रदर्शनी का आयोजन किया गया, जिसका उद्घाटन राज्यपाल बंडारू दत्तात्रेय ने किया। इस प्रदर्शनी में एमडीयू के 40 विभागों और 21 प्रकोष्ठों ने अपनी-अपनी उपलब्धियों का ब्यौरा प्रस्तुत किया। राज्यपाल बंडारू दत्तात्रेय ने शोध के क्षेत्र में उत्कृष्ट योगदान देने वाले शिक्षकों को अनुसंधान पुरस्कार से सम्मानित किया। राज्यपाल ने विशिष्ट सेवाओं के लिए शिक्षक एवं गैर शिक्षक कर्मियों, क्लास टॉपर्स तथा समाज सेवा समेत अन्य क्षेत्रों में विशिष्ट उपलब्धि प्राप्त करने वाले विद्यार्थियों, एनएसएस तथा वाईआरसी वालंटियर्स को भी सम्मानित किया।
फाउंडेशन डे का शुभारंभ प्रात: मातूराम यज्ञशाला में हवन यज्ञ के साथ हुआ। इस दौरान परीक्षा नियंत्रक कार्यालय परिसर में कुलपति प्रो. राजबीर सिंह ने वॉल ऑफ ग्लोरी का उद्घाटन किया, जो एमडीयू पास आउट विद्यार्थियों के गौरव का प्रतीक है।